दुनिया में क्या-क्या नहीं हो रहा
इक बस वो ही मेरा नहीं हो रहा
वो ना मिला तो मर ही जाऊँगा
मैंने जो भी था सोचा नहीं हो रहा
आहिस्ता-आहिस्ता तमाम हो रहा है
दिल उससे लेकिन जुदा नहीं हो रहा
तग़ाफ़ुल बस इकरारे-इश्क़ से है अब
मैं तुमसे लेकिन बेवफा नहीं हो रहा
बारहा कर चुका हूँ कोशिशें "आकाश"
दिल लेकिन अब जिन्दा नहीं हो रहा
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